किसानों को पराली (नरवाई) जलाने के बजाय उसका प्रबंधन करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करना और मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बनाए रखना है, साथ ही किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
अनुदान की मुख्य बातें
मध्यप्रदेश सरकार इस योजना के तहत किसानों को उन्नत कृषि यंत्रों पर ₹6 लाख तक का भारी अनुदान दे रही है। इस अनुदान का लाभ लेकर किसान पराली प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक मशीनें खरीद सकेंगे।
इस योजना में हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, स्मार्ट सीडर और बेलर मशीन जैसे उपकरण शामिल हैं।
अनुदान राशि का विवरण
•हैप्पी सीडर पर लगभग ₹86,400 तक अनुदान मिलेगा।
•सुपर सीडर के लिए ₹1,20,000 तक अनुदान।
•स्मार्ट सीडर पर लगभग ₹90,200 की सहायता तय की गई है।
•बेलर मशीन पर अधिकतम ₹6,60,000 तक का अनुदान मिलेगा।
योजना का उद्देश्य
•खेतों से कटाई के तुरंत बाद बुवाई संभव हो सके, जिससे किसान की लागत और समय दोनों की बचत हो।
•नरवाई जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण और मिट्टी की गुणवत्ता में गिरावट को रोका जा सके।
कैसे मिलेगी सुविधा
•इच्छुक किसान इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
•हैप्पी सीडर, सुपर सीडर और स्मार्ट सीडर के लिए आवेदन करने पर ₹4,500 का डिमांड ड्राफ्ट (DD) सहायक यंत्री कृषि विभाग को जमा करना होगा।
•बेलर मशीन के लिए यह राशि ₹15,000 निर्धारित है।
परिणाम और लाभ
इस पहल से किसानों को लागत में बचत, उत्पादन में वृद्धि और आधुनिक खेती को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी।
Khalihan News ख़बरें बदलती दुनिया की…