केंद्र सरकार ने देशभर के किसानों के लिए एक ऐतिहासिक घोषणा की है। अब किसानों को खेती के लिए आवश्यक प्रमुख उर्वरक — DAP (डाय-अमोनियम फॉस्फेट), यूरिया, पोटाश (MOP) और अन्य मान्यता प्राप्त खाद — मुफ्त में उपलब्ध कराए जाएंगे। यह कदम विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए राहत लेकर आया है, क्योंकि इससे उनकी खेती की लागत में भारी कमी आएगी और आमदनी में बढ़ोतरी होगी।
सरकार की इस नई योजना का उद्देश्य खेती को अधिक लाभकारी, सस्ती और टिकाऊ बनाना है। अब किसानों को महंगे उर्वरक खरीदने के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
क्या मिलेगा किसानों को मुफ्त में?
योजना के तहत किसानों को उनकी फसलों और भूमि की आवश्यकता के अनुसार अलग-अलग प्रकार के उर्वरक दिए जाएंगे —
•DAP (डाय-अमोनियम फॉस्फेट): धान, गेहूं और अनाज फसलों के लिए आवश्यक।
•यूरिया: पौधों की वृद्धि और नाइट्रोजन की आपूर्ति के लिए जरूरी।
•म्यूरिएट ऑफ पोटाश (MOP): मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में सहायक।
•NPK मिश्रित उर्वरक: फसलों को संतुलित पोषण प्रदान करने वाला।
•राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत अन्य उर्वरक: स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार मुफ्त उपलब्ध कराए जाएंगे।
किसानों के लिए फायदे
•खेती की लागत में भारी कमी
•उत्पादकता और फसल गुणवत्ता में सुधार
•मिट्टी की उर्वरता में बढ़ोतरी
•छोटे और सीमांत किसानों को सीधा लाभ
•डिजिटल वितरण प्रणाली से पारदर्शिता और समय पर वितरण
पात्रता मानदंड
•किसान के नाम पर कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
•भूमि रिकॉर्ड (खसरा/खतौनी) में किसान का नाम दर्ज होना चाहिए।
•आधार कार्ड और बैंक खाता लिंक होना जरूरी है।
•सभी श्रेणी के किसान (छोटे, सीमांत, बड़े) योजना के पात्र हैं।
आवश्यक दस्तावेज
•आधार कार्ड की प्रति
•भूमि रिकॉर्ड (खसरा/खतौनी)
•बैंक पासबुक या खाता विवरण
•किसान पंजीकरण फॉर्म की डिजिटल कॉपी
डिजिटल वितरण से पारदर्शिता सुनिश्चित
यह योजना पहले की योजनाओं से अलग है क्योंकि इसमें डिजिटल वितरण प्रणाली लागू की गई है। हर किसान को उनके खेत की जरूरत के अनुसार उर्वरक मिलेगा, और वितरण के समय डिजिटल रसीद जारी होगी। इससे किसी भी प्रकार की अनियमितता या भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी।
साथ ही, राज्य सरकारें और स्थानीय सहकारी समितियां भी योजना में साझेदार होंगी, जिससे ग्रामीण स्तर पर किसानों को उर्वरक आसानी से उपलब्ध कराए जा सकें।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
1.अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
2.किसान पंजीकरण पोर्टल पर व्यक्तिगत विवरण और भूमि संबंधी जानकारी भरें।
3.आधार कार्ड, बैंक पासबुक और भूमि रिकॉर्ड की प्रतियां अपलोड करें।
4.कृषि विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच और सत्यापन के बाद योजना में शामिल किया जाएगा।
5.नजदीकी कृषि सेवा केंद्र या सहकारी समिति से किसान अपने खेत के अनुसार मुफ्त उर्वरक प्राप्त कर सकेंगे।
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