अब उत्तर प्रदेश में राशन की दुकानों पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अधीन दूध, साबुन, मिठाई समेत करीब 35 तरह की वस्तुएं मौजूद होंगी। इस संबंध खाद्य एवं रसद विभाग ने बिक्री वाली वस्तुओं की सूची जारी की है।
ये वस्तुएं उन मुख्य सड़कों पर बनी राशन की दुकानों पर उपलब्ध होंगी जहां से भारी गाड़ियों की आवाजाही हो सकेगी। इस संबंध में शासन ने शासनादेश जारी किया है। इससे उचित दर के दुकानों के दुकानदारों की आय भी बढ़ेगी और लोगों को उचित मूल्य पर दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी उपलब्ध हो सकेंगी।
उचित दर वाली सरकारी दुकान पर दूध, बिस्किट, ब्रेड, गुड़, घी, नमकीन, सूखे मेवे(पैक्ड), मिठाई(पैक्ड), मसाले, दूध पाउडर, बच्चों के कपड़े, राजमा, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, सोयाबीन, क्रीम, धूपबत्ती, कंघी, दर्पण, झाड़ू, पोंछा, ताला, छाता, रेनकोट, वॉल हैंगर, टूथब्रश, डिटर्जेंट, मच्छरोधी अगरबत्ती, बर्तन धोने वाले बार, इलेक्ट्रिक सामान, टॉर्च, दीवार घड़ी, माचिस, जूट और नायलॉन रस्सी, प्लास्टिक पानी पाइप, प्लास्टिक बाल्टी, मग और छलनी रहेगी।
योगी सरकार ने इस बाबत 24 मई को नोटिफिकेशन जारी किया था। इसके साथ हैंडवॉश, बाथरूम क्लीनर और बेबी केयर उत्पाद जैसे डायपर, बेबी साबुन, मसाज तेल, वाइप्स और बॉडी लोशन भी मिलेंगे। इससे आम आदमी को अब एक ही दुकान पर राशन के साथ ये तमाम चीजें मिल सकेंगी। शुरुआती तौर पर सरकार की मंशा राशन की दुकानों की आय बढ़ाने की है। साथ ही आने वाले समय में नई मॉडल शॉप्स बनाई जाएंगी, जिसमें राशन के साथ रोजमर्रा का सामान और अन्य काफी काम भी हो सकेंगे।
इसके लिए अन्नपूर्णा मॉडल दुकानों का निर्माण ग्राम सचिवालय के नजदीक ग्राम सभा की जमीन पर किया जाएगा। इससे लोगों को दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं व अन्य सेवाएं निकटतम स्थान पर एक जगह ही मिल सकेंगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बरेली मंडल में 52 अन्नपूर्णा उचित दर की दुकानें निर्माणाधीन हैं. जल्द इसे सभी जिलों में लागू किया जाएगा।