मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य के किसानों को वैकल्पिक फसलों की बुवाई कर पानी की बचत करने की की अपील पर पंजाब में इस साल 1.25 लाख एकड़ (50,000 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में मूंग की बुवाई होने से रिकार्ड कायम हुआ है।
मिली जानकारी के मुताबिक सूबे के फरीदकोट जिले में करीब 12,500 एकड़ जमीन में मूंग की बुवाई हो चुकी है। मूंग की फसल से किसान को एक ही खेत से तीन फसलें मिल सकती हैं और ऐसा करने से पानी की भी बचत होगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य के किसानों को वैकल्पिक फसलों की बुवाई कर पानी की बचत करने की की अपील पर पंजाब में इस साल 1.25 लाख एकड़ (50,000 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में मूंग की बुवाई होने से रिकार्ड कायम हुआ है। किसान भी मूंग की फसल की सरकारी खरीद होने के ऐलान से खुश हैं |
किसानों का कहना है कि मूंग व दूसरे मोटे अनाज की बुवाई और कटाई के लिए मज़दूरों की निर्भरता भी कम होती है| पानी के लिए पंप भी कम चलाना पड़ता है |
नोटिफिकेशन के अनुसार, मूंग की कटाई का समय जून में और सरकारी-खरीद का समय 1 जून से 31 जुलाई तक है। राज्य के कृषि विभाग की तरफ से सभी जिलों से प्राप्त अंतिम रिपोर्टों के आधार पर जुटाए आंकड़ों से अनुसार इस बार लगभग 1.25 लाख एकड़ क्षेत्रफल में मूंग की काश्त की गई है| जबकि 2020-21 के दौरान 55,000 एकड़ क्षेत्रफल इस फसल के अधीन था।