पश्चिम बंगाल में स्थित आईआईटी खड़गपुर के अनुसंधानकर्ताओं ने कृषि गतिविधियों में किसानों की मदद और जलवायु संबंधी जोखिमों को कम करने के लिए एक उन्नत मौसम पूर्वानुमान प्रणाली विकसित की है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है|
आईआईटी खड़गपुर के प्रवक्ता ने कहा है कि संस्थान ने भारत मौसम विज्ञान विभाग के साथ मिलकर किसानों को विभिन्न मौसमी परिस्थितियों में उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि-परामर्श देना भी शुरू कर दिया है|
आईआईटी खड़गपुर के प्रवक्ता ने कहा है कि संस्थान ने भारत मौसम विज्ञान विभाग के साथ मिलकर किसानों को विभिन्न मौसमी परिस्थितियों में उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि-परामर्श देना भी शुरू कर दिया है|
अधिकारी ने कहा कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा प्रायोजित दो परियोजनाएं ‘ग्रामीण कृषि मौसम सेवा’ और ‘अंतरिक्ष, कृषि मौसम विज्ञान और भू-आधारित पर्यवेक्षण का इस्तेमाल कर कृषि उत्पादन पूर्वानुमान लगाना’ किसानों को आर्थिक फायदा दिलाने के लिए उन्हें मौसम संबंधी जानकारी उपलब्ध कराती हैं|
अनाज की पैदावार को लेकर पश्चिम बंगाल सबसे आगे है| दुनिया में चावल का कुल सालाना उत्पादन 70 करोड़ मीट्रिक टन है| इसमें से करीब 1.5 करोड़ मीट्रिक टन चावल का उत्पादन केवल बंगाल में ही होता है| चावल के अलावा यहां आम, अमरूद, लीची, अनानास और संतरा जैसे फल खूब उगाए जाते हैं| वहीं सब्जियों में टमाटर, गोभी, भिंडी और बैंगन की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है|