tag manger - कोरोना : हर दिन 6 लाख नए मामले , लेकिन कोरिया दे रहा बीमारी को मात – KhalihanNews
Breaking News

कोरोना : हर दिन 6 लाख नए मामले , लेकिन कोरिया दे रहा बीमारी को मात

पूर्वी एशियाई देश दक्षिण कोरिया में रोजाना लाखों की तादाद में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। बावजूद इसके यहां ना तो लॉकडाउन लगा है और ना ही ज्यादा पाबंदियां। इस देश में एक खास मैनेजमेंट के जरिए कोरोना से निपटा जा रहा है। 2020 की शुरुआत के बाद से यहां करीब 80 लाख से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, लेकिन कोरिया ने कभी भी लॉकडाउन लगाने का ऐलान नहीं किया।

दरअसल आमतौर पर संक्रमण की दर बढ़ने पर इसकी मृत्यु दर भी बढ़ जाती है, लेकिन साउथ कोरिया में ऐसा नहीं देखने को मिला है।

कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी (केडीसीए) के मुताबिक, देश में 44,914,731 लोगों, या कुल आबादी के 87.5 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाए जा चुके हैं और पूरी तरह से वैक्सीन लगाए गए लोगों की संख्या बढ़कर 44,443,726 हो गई है।

दक्षिण कोरिया में कोरोना विस्फोट के बीच मृत्यु दर कम होने के पीछे जो सबसे बड़ी वजह है कि वो है वैक्सीनेशन की रफ्तार। इसके साथ ही ये देश सबसे ज्यादा बूस्टर डोज लगाने वाले देशों में भी शामिल है।

– यहां वैक्सीनेशन की दर 88 फीसदी है।
– बूस्टर डोज प्राप्त करने वालों की कुल संख्या 32,185,393 है।
– यहां खासतौर से बुजुर्गों को बड़ी संख्या में बूस्टर शॉट दी गई है।
– ज्यादा वैक्सीनेशन की वजह से यहां मृत्य दर घटकर 0.14 फीसदी पर आ गई है, जो कि दो महीने पहले 0.88 फीसदी थी।
– मौजूदा मृत्यु दर अमरीका और ब्रिटेन की दरों के मुकाबले में 10वां हिस्सा है।

कोरोना से निपटने के लिए दक्षिण कोरिया ने काफी हद तक अपरंपरागत रणनीति पर काम किया है। यही वजह है कि यहां कोरोना के इतने केस रोजाना सामने आए, लेकिन देश में कभी लॉकडाउन नहीं लगाया गया।

– देश ने जल्दी टेस्टिंग और हाई टेक्नोलॉजी वाले कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का उपयोग किया।
– इसने बूस्टर डोज की आपूर्ति को प्राथमिकता देने के लिए उन पहले शॉट्स से परे देखकर यह वैक्सीनेशन की धीमी शुरुआत को दूर करने में कामयाब रहा।
– साथ ही बूस्टर शॉट की सप्लाई पर जोर दिया गया, जिन्हें बुजुर्गों को टारगेट करके इस्तेमाल किया गया।
– कोरिया ने टेस्टिंग पर काफी ध्यान दिया है। हालांकि, उसे यह काफी महंगा पड़ा है।
– देश ने अब तक पीसीआर टेस्टिंग पर लगभग 1.3 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं
– अब एक दिन में एक मिलियन पीसीआर टेस्टिंग करने की क्षमता है।

About admin

Check Also

चीन से पैदा निमोनिया जैसी रहस्यमयी बीमारी, फिर कोविड जैसी महामारी का डर !

दुनिया, फिर चीन में फैली एक नयी बीमारी से दहशत में है। इस नयी बीमारी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *