रंगारेड्डी (तेलंगाना)। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कृषि क्षेत्र में हुई उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत में कृषि उत्पादन में 40% की जबरदस्त वृद्धि हुई है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों और योजनाओं का परिणाम है।
कृषि विकास दर और अनाज भंडारण में रिकॉर्ड तेलंगाना के रंगारेड्डी में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए चौहान ने कहा,
“आज ऐतिहासिक दिन है। हमारी सरकार ने तीसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा किया है और यह साल उपलब्धियों से भरा रहा है।”
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही (Q4) में कृषि क्षेत्र की विकास दर 5.4% रही है, जो सरकार के कृषि क्षेत्र पर विशेष फोकस को दर्शाता है।
“हमारे अनाज भंडार भरे हुए हैं और हमने अन्न उत्पादन में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं,” चौहान ने कहा।
श्री अन्न (मिलेट्स) को मिला वैश्विक मंच
केंद्रीय मंत्री ने मोटे अनाज यानी ‘श्री अन्न’ को सुपरफूड बताते हुए इसके वैश्विक प्रचार और उत्पादन को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने ‘श्री अन्न ग्लोबल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की आधारशिला रखने की जानकारी देते हुए कहा:
“प्रधानमंत्री मोदी ने मिलेट्स की खेती और उपयोग को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की पहल की है। यह भारत को पोषण के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।”
‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का समर्थन
इससे एक दिन पहले, रविवार को शिवराज सिंह चौहान ने कर्नाटक के बेंगलुरु में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ अभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने बार-बार होने वाले चुनावों को संसाधनों की बर्बादी बताया और कहा कि इससे नीति निर्माण और विकास कार्यों पर नकारात्मक असर पड़ता है।
उन्होंने कहा:
“यदि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएं, तो नीति-निर्माता विकास योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे, न कि बार-बार होने वाले चुनावी अभियान पर।”
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ अभियान का उद्देश्य देशभर में एक साथ चुनाव कराने को लेकर जनजागरूकता और आम सहमति बनाना है। इसके समर्थकों का मानना है कि इससे चुनाव तंत्र पर दबाव कम होगा, सरकारी कामकाज में बाधा नहीं आएगी और नीतियों के कार्यान्वयन में निरंतरता आएगी।