मानसून 2025 के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बड़ी खुशखबरी दी है। जून से सितंबर के बीच पूरे देश में औसत से 6% ज्यादा बारिश यानी 106% LPA (Long Period Average) बारिश की संभावना जताई गई है। यह खबर खासतौर पर किसानों के लिए राहत लेकर आई है — क्योंकि बारिश अच्छी होगी, तो खेती भी लहलहाएगी।
Khalihannews.com को मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि “इस बार देशभर में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के पूरे आसार हैं। मध्य और दक्षिण भारत में अच्छी बारिश होगी, जबकि पूर्वोत्तर भारत में थोड़ी कम हो सकती है।”
जल्दी आया मानसून, तेजी से फैला – Khalihan Magazine रिपोर्ट
इस साल मानसून ने चौंका दिया! 24 मई को केरल में मानसून ने दस्तक दे दी, जो सामान्य तारीख से 8 दिन पहले है। मुंबई में तो मानसून 16 दिन पहले पहुंच गया, जो एक रिकॉर्ड है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अरब सागर में बना लो-प्रेशर एरिया और एक मानसूनी भंवर इसकी बड़ी वजह रहा।
Khalihan India पर IMD के अनुमान:
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दक्षिण और मध्य भारत: सामान्य से ज़्यादा बारिश (104% से ऊपर)
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उत्तर-पश्चिम भारत (जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान): सामान्य बारिश
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पूर्वोत्तर भारत: सामान्य से कम बारिश (94% से नीचे)
क्या है बारिश का प्रतिशत अनुमान?
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🌧️ 32% संभावना: सामान्य से अधिक बारिश (105%–110%)
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🌧️ 27% संभावना: बहुत अधिक बारिश (>110%)
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🌧️ 31% संभावना: सामान्य बारिश (96%–104%)
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🌧️ 8% संभावना: थोड़ी कम बारिश (90%–95%)
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🌧️ 2% संभावना: बहुत कम बारिश (<90%)
खेती-किसानी को मिलेगा फायदा – Paras Amrohi की खास टिप्पणी Khalihannews.com पर
Khalihan Magazine के सलाहकार और कृषि मामलों के जानकार Suman Lata का कहना है कि “ये बारिश का पूर्वानुमान उन किसानों के लिए उम्मीद की किरण है, जिनके पास सिंचाई की सुविधा नहीं है। गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में मानसून खेती की रीढ़ है।”
हालांकि उन्होंने ये भी जोड़ा कि “ज्यादा बारिश से कभी-कभी नुकसान भी हो सकता है – जैसे बाढ़, फसल सड़ना, सड़कें टूटना, और बीमारियों का फैलाव। इसलिए सरकार और किसानों को मिलकर सतर्क रहना होगा।”
IMD की सलाह – सरकार और जनता दोनों रहें तैयार
मौसम विभाग ने कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं, ताकि बारिश का अधिकतम फायदा मिले और नुकसान से बचाव हो सके:
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🏗️ सड़क और पुल जैसे ढांचों को मजबूत करें
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⏰ जल्दी चेतावनी देने वाली सिस्टम्स का सही इस्तेमाल करें
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🌾 किसान मौसम के अनुसार खेती करें, सलाहों का पालन करें
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🚨 बाढ़ और भारी बारिश से निपटने के लिए स्थानीय योजनाएं बनाएं
पिछले कुछ सालों का मानसून कैसा रहा?
साल | कुल बारिश (मिमी) | प्रतिशत (LPA से) |
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2024 | 934.8 मिमी | 108% |
2023 | 820 मिमी | 94.4% |
2022 | 925 मिमी | – |
2021 | 870 मिमी | – |
2020 | 958 मिमी | – |
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