कर्नाटक में हिजाब विवाद जन्मदिन तूल पकड़ता जा रहा इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक दल भी बैंक में कूद पड़े है|
इस मुद्दे पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने
अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट करके दी है|
प्रियंका ने लिखा है- वो चाहे बिकिनी हो, घूंघट हो, जींस हो या फिर हिजाब, ये एक औरत का अधिकार है कि वो ख़ुद तय करे कि वो क्या पहनना चाहती है| उन्होंने आगे लिखा है- इस अधिकार की गारंटी भारतीय संविधान द्वार दी गई है. महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो. दरअसल बीते दिनों उडुपी के एक प्री-यूनिवर्सिटी गवर्नमेंट कॉलेज की लगभग आधा दर्जन छात्राओं ने हिजाब उतारने से इनकार कर दिया|
दूसरे वर्ष की इन छात्राओं ने हिजाब उतारकर क्लास में बैठने की अपीलों को ख़ारिज कर दिया है | जब इन छात्राओं की बात नहीं सुनी गई तो इन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया|
ये मामला तब और बढ़ गया जब उडुपी ज़िले के कॉलेज में लड़कियों के हिजाब के जवाब में कुछ छात्र भगवा शॉल पहन कर चले आए थे|
इसके बाद लड़कियों ने भी भगवा शॉल पहन कर जुलूस की शक्ल में एक प्राइवेट कॉलेज में घुसने की कोशिश भी की थी | मामला तूल पकड़ता गया और राजनीतिक पार्टियां भी इस विवाद में कूद पड़ीं|
हिजाब पहनने से रोके जाने पर छात्राओं ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है| उनका कहना है कि हिजाब पहनना उनका संवैधानिक अधिकार है| लिहाज़ा उन्हें इससे रोका नहीं जा सकता|कर्नाटक हाई कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई चल रही है. सुनवाई पर आज बहस होगी.