करनाल, हरियाणा: करनाल सहकारी चीनी मिल ने अपने नए लॉन्च किए गए को-जन प्लांट से हरित ऊर्जा के उत्पादन में तेजी ला दी है।
ट्रिब्यून इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिल ने इस पेराई सत्र में हरियाणा पावर पर्चेज सेन्टर (HPPC) को बिजली बेची गई है, जिससे 25 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई है। करनाल सहकारी चीनी मिल के प्रबंध निदेशक हितेंद्र कुमार शर्मा ने कहा, हम उपोत्पादों से 18 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहे हैं, जिसे 5 मेगावाट से 6 मेगावाट के बीच घरेलू खपत के बाद HPPC को आपूर्ति की जा रही है।
मिल का उद्घाटन अप्रैल 2021 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया था। मिल ने पेराई क्षमता 2,200 टन प्रतिदिन (टीसीडी) से बढ़ाकर 3,500 टीसीडी कर दी है। इसके अलावा, सल्फर मुक्त परिष्कृत चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। एमडी श्री शर्मा ने कहा कि, मिल ने 17,68,200 क्विंटल गन्ने की पेराई की है और 1,56,650 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है।
उन्होंने कहा कि, यह पूरे राज्य में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, किसानों को उनकी उपज की बिक्री के पांच दिनों के भीतर भुगतान किया जा रहा है। चालू पेराई सत्र में उन्होंने किसानों को करीब 52 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
करनाल सहकारी चीनी मिल के प्रबंधन का कहना है कि पेराई में तेजी लाने और किसानों का समय बचाने के लिए, हमने एक एप्लिकेशन के माध्यम से एक ऑनलाइन टोकन प्रणाली शुरू की है ताकि वे योजना बना सकें और तदनुसार अपनी उपज ला सकें।इससे उन्हें कतारों में किसानों की संख्या की जांच करने में मदद मिलती है।एमडी ने यह भी कहा कि उन्होंने किसानों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं, जो ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था नहीं कर सकते।